ऑपरेशन लोटस का आरोप भारी पड़ा मंत्री आतिशी को
29 जून को कोर्ट में तलब
नई दिल्ली। भाजपा के विरुद्ध ऑपरेशन लोटस के तहत आम आदमी पार्टी के विधायकों व अन्य नेताओं को खरीदने के प्रलोभन देने का आरोप दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी के गले की फांस बनता दिख रहा है। भाजपा मीडिया प्रमुख प्रवीण शंकर कपूर ने इस मामले में मानहानि का मामला दायर किया था। जिसे संज्ञान में लेते हुए राऊज एवेन्यू कोर्ट ने आतिशी को तलब किया है। उन्हें 29 जून के लिए समन जारी किया गया है। प्रेस वार्ता में प्रत्याशी बांसुरी स्वराज, कमलजीत सहरावत और प्रवीण शंकर कपूर ने प्रेस वार्ता की। उनके साथ ही अधिवक्ता शोमेन्दु मुखर्जी एवं सत्या रंजन स्वाइन एवं मीडिया रिलेशन प्रमुख विक्रम मित्तल भी थे।

याचिकाकर्ता व मीडिया प्रमुख प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि हमारा मानहानि नोटिस एवं याचिका तो पहले ही सफल हो चुके हैं। क्योंकि 2 अप्रैल को जब हमने मंत्री आतिशी को नोटिस दिया, तब से आज तक किसी भी आप नेता ने तो ऑपरेशन लोटस का जिक्र किया है और न इस तरह के मनगढ़ंत आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा को बदनाम करने की कोशिश से आप नेताओं के झूठे आरोप लगाने के खिलाफ राऊज एवेन्यू स्थित अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट के समक्ष एक याचिका दायर की गई थी। कोर्ट ने केजरीवाल सरकार में मंत्री आतिशी को समन जारी किया है और उनसे 29 जून को पेश होकर जवाब देने को कहा है। उन्होंने कहा कि अब आतिशी को बचाव के तथ्यों या माफीनामे के साथ इसका जवाब न्यायालय में देना ही पड़ेगा।
बांसुरी स्वराज ने कहा कि दिल्ली प्रदेश भाजपा ने पहले भी कई बार इस बात को उठाया था कि अगर आम आदमी पार्टी के अंदर ऑपरेशन लोटस किया जा रहा है तो यह कौन कर रहा है। इसका नाम आम आदमी पार्टी बताए। लेकिन ना ही नाम बताया गया और ना ही पुलिस जांच में सहयोग किया गया। बल्कि प्रेस कांफ्रेंस कर भाजपा पर इसका झूठा आरोप मढ़ दिया गया। इसका ही परिणाम है कि भाजपा मीडिया प्रमुख प्रवीण शंकर कपूर ने प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा की अनुमति से मानहानि याचिका दायर की। बांसुरी स्वराज ने कहा कि आम आदमी पार्टी की एक पुरानी आदत है पहले आरोप लगाओ और फिर माफी मांगो। अपनी गलतियों के कारण कई बार सीएम अरविंद केजरीवाल समेत कई आप नेताओं ने माफी मांगी है, इसमें केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और स्वर्गीय अरूण जेटली का मामला ज्वलंत उदाहरण है।
कमलजीत सहरावत ने कहा कि आप नेताओं को यह आदत डालनी चाहिए कि कुछ भी बोलने से पहले सोच लें कि वह क्या बोल रहे हैं और क्या आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अभी तक आम आदमी पार्टी के नेता कई बार माफी मांग चुके हैं लेकिन आप नेताओं ने अपनी आदतों में सुधार नहीं किया है।