संत कबीरदास जी की जयंती पर आयोजित शोभा यात्रा में शामिल होकर दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने पुष्पांजलि अर्पित की
कबीर का एक दोहा कहत कबीर सुनहु रे लोई, राम नाम बिन और न कोई।

नई दिल्ली । दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने आज चाँदनी चौक गौरीशंकर मंदिर से ईदगाह रोड़ स्थित संत कबीरदास स्थानक तक निकाली गई शोभा यात्रा में शामिल होकर दिल्ली के लोगों की ओर से संत श्री को पुष्पांजलि अर्पित की।इस अवसर पर उनके साथ दिल्ली भाजपा के अनुसूचित जाति मोर्चा के अध्यक्ष मोहनलाल गिहारा एवं नेता जयप्रकाश, लाजपत राय, हीरा सोढी, परिक्षित बागड़ी एवं धानक समाज से जुड़े सैकड़ों कार्यकर्ता सम्मलित हुए।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि अपने दोहो से समरसता का संदेश देने वाले संत कबीरदास जी का हम सब के जीवन पर बाल्यकाल से प्रभाव पड़ता है और हम सर्वधर्म सम्भाव की प्रेरणा देता है। संत कबीरदास अंधविश्वास एवं अडंबरों का विरोध करते थे और आज भी उनकी दी शिक्षाएं हमें अंधविश्वास के विरूद्ध खड़े रहने की शक्ति देती हैं।
दरसल कबीरदास राम के परम भक्त थे, अपनी पत्नी लोई को संकेत देते हुए कहते हैं राम नाम के बिना सब संसार बेकार है जिसका अर्थ यह है कि आज की इस शोभायात्रा का उद्देश्य केवल संत कबीरदास जी की जयंती मनाना नहीं है, बल्कि उनके विचारों और शिक्षाओं को पुनः जीवंत करना है। उनके दोहे, जिनमें गूढ़ ज्ञान और सरलता का सुंदर मेल है, हमें जीवन के हर क्षण में सही मार्ग दिखाते हैं।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि कबीरदास जी का जीवन सादगी, सत्य और प्रेम का प्रतिरूप था। उन्होंने अपने दोहों के माध्यम से समाज में फैले आडंबरों, अंधविश्वासों और भेदभाव का विरोध किया। उनका संदेश था कि ईश्वर की भक्ति केवल मंदिर-मस्जिद में नहीं, बल्कि सच्चे मन और अच्छे कर्मों में बसती है।
उन्होंने कहा कि आज, जब हम इस शोभायात्रा में भाग ले रहे हैं, तो हमें यह संकल्प लेना चाहिए कि हम उनके आदर्शों का पालन करेंगे। हम समाज में व्याप्त बुराइयों का डटकर सामना करेंगे और प्रेम, भाईचारा, और एकता का संदेश फैलाएंगे।हमारे समाज को संत कबीरदास जी के बताए मार्ग की आज भी आवश्यकता है। उनके विचार और शिक्षाएँ हमें सही दिशा में आगे बढ़ने की प्रेरणा देती हैं। आइए, हम सभी मिलकर इस शोभायात्रा के माध्यम से उनके संदेश को जन-जन तक पहुँचाएँ और एक सच्चे, समर्पित और प्रेममय समाज के निर्माण में योगदान दें।




