स्वाति मालीवाल प्रकरण में केजरीवाल अब अपनी घटिया राजनीति में अपने माता पिता का इस्तेमाल कर रहे हैं – वीरेन्द्र सचदेवा
चुनाव से ठीक दो दिन पूर्व वे अपने बुजुर्ग माता पिता को आगे रखकर दिल्लीवासियों के बीच सहानुभूति लेने की कोशिश कर रहे हैं – वीरेन्द्र सचदेवामनीष सिसोदिया, संजय सिंह सत्येन्द्र जैन की गिरफ्तारी के लिए सड़क पर नहीं उतरने वाले केजरीवाल पी.ए. विभव के लिए सड़क पर उतर गए जो बताता है कि इनके काले कारनामों का सच विभव जानता है – वीरेन्द्र सचदेवा
नई दिल्ली। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा और कहा है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने घटियापन की सारी हदें पर कर दी है। केजरीवाल ने अपनी बहन स्वाति मालीवाल के केस में अपने बुजुर्ग माता-पिता को भी अब अपने घटिया राजनीति में सम्मलित कर लिया।
उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल सांसद स्वाति मालीवाल के केस में पूरी तरह से घिर चुके हैं इसलिए अब वह अपनी घटिया राजनीति में अपने माता पिता को जनसंवेदना हथियार के रुप में इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने अरविंद केजरीवाल से सवाल किया कि केजरीवाल तथ्यों के साथ बताए कि उन्हें किसने कहा कि पूछताछ के लिए पुलिस आ रही है।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि खुद ही अरविंद केजरीवाल ड्रामा रचते हैं और चुनाव से ठीक दो दिन पूर्व वह अपने बुजुर्ग माता पिता को आगे रखकर दिल्लीवासियों के बीच सहानुभूति लेने की कोशिश कर रहे हैं।उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति राजनीति के लिए अपने बच्चों की झूठी कमस खा सकता है वह अपने माता पिता को भी आगे कर सकता है। अरविंद केजरीवाल से मेरा नम्र निवेदन है कि वे अपनी घटिया राजनीति के लिए अपने माता पिता को आगे ना रखें।
उन्होंने कहा कि एक घर में अपराध हुआ है, एक महिला के साथ मारपीट हुई है तो पुलिस उसकी जांच कर रही है। अगर केजरीवाल जांच के इतने ही इच्छुक है तो फिर उस अपराधी को लेकर साथ क्यों घूम रहे हैं। इस पूरी घटना का एक ही पहलू है और जब अपराधी मुख्यमंत्री केजरीवाल के आवास में ही पकड़ा जाता है तो फिर जांच का कोई विषय ही नहीं है।
उन्होंने सवाल किया कि उनके सरकारी आवास में सारी घटना घटित होती है लेकिन ना तो उन्होंने कभी मनीष सिसोदिया के लिए प्रदर्शन किया, सांसद संजय सिंह के लिए सड़क पर उतरे। इतनी तेज गर्मी के अंदर विभव कुमार के लिए अरविंद केजरीवाल सड़कों पर उतर आए। इससे साफ जाहिर होता है कि उनके काले कारनामों का सच विभव कुमार के पास है।