मंत्री आतिशी ने सत्याग्रह आंदोलन की पवित्रता का अपमान किया है — वीरेन्द्र सचदेवा
मंत्री आतिशी एक फाइव स्टार सत्याग्रह कर रही हैं, वह चार घंटे मंच पर बैठती हैं और 18 घंटा मंच के पीछे एयरकंडीशन कमरे में – वीरेन्द्र सचदेवा
“आप” नेताओं को विरोध सहन नही, संजय सिंह द्वारा अपना हक मांगने आये बस मार्शलों को भाजपा ऐजेंट कह कर उनकी मजबूरी का अपमान किया – वीरेन्द्र सचदेवा
नई दिल्ली। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा है कि मंत्री आतिशी आज वो ही प्रशासनिक आरजकता दिखा रही हैं जो जनवरी 2014 में खुद उनके नेता अरविंद केजरीवाल ने राजपथ पर धरने पर बैठकर दिखाई थी। साथ ही मंत्री महोदया जिस तरह नौटंकी कर रही हैं उससे सत्याग्रह की मूल भावना को भी ठोस पहुंची है।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा है कि एक मंत्री का धरना देना भूख हड़ताल की बात करना हास्यास्पद लगता है, मंत्री का काम जनता की सुविधा के लिए काम करना होता है और अगर सच में मंत्री आतिशी को लगता है दिल्ली में जल की कमी है और यदि सही में हरियाणा अतिरिक्त जल नही दे रहा तो वह अपनी पार्टी की पंजाब सरकार के मुख्य मंत्री भगवंत मान से पानी मांग लेती।
उन्होंने कहा कि सत्याग्रह एक बहुत पवित्र आंदोलन है जिसे महात्मा गांधी एवं लाला लाजपत राय जैसे शीर्ष नेताओं ने अंग्रेज शासकों के विरूद्ध जनजागरण के लिए प्रारम्भ किया था और उनके सत्याग्रह में एक मंच होता था वहीं दिन रात बैठकर जनता से जुड़ते थे।यहाँ तक कि खुद अरविंद केजरीवाल ने भी जब 2011 में सुंदर नगरी में सत्याग्रह किया था तो जनता के बीच बैठकर दिया था और आज मंत्री आतिशी एक फाइव स्टार सत्याग्रह कर रही हैं, वह चार घंटे मंच पर बैठती हैं और 18 घंटा मंच के पीछे एयरकंडीशन कमरे में।दिल्ली के लोग स्तब्ध हैं कि यह कैसा अनशन है जिसमे अनशनकारी हर फाइव स्टार सुख सुविधा भोग रहा है। सच तो यह है कि अपने फाइव स्टार अंशनन से मंत्री आतिशी ने महात्मा गांधी एवं लाला लाजपत राय द्वारा प्रारम्भ सत्याग्रह आंदोलन की पवित्रता का अपमान किया है।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा है कि आज मंत्री आतिशी के धरना स्थल पर अपनी मांग लेकर पहुंचे बस मार्शलों से आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं से मारपीट करना और सांसद संजय सिंह की इस पर बयानबाज़ी अत्यंत अफसोसजनक है।उन्होंने कहा कि अब यह स्पष्ट है कि आप” नेताओं को विरोध सहन नहीं, संजय सिंह द्वारा अपना हक मांगने आये बस मार्शलों को भाजपा एजेंट कह कर उनकी मजबूरी का अपमान किया गया है और दिल्ली के लोग उन्हे कभी माफ नही करेंगे।