9वीं और 11वीं में छात्रों के फेल छात्रों की तरह केजरीवाल सरकार भी फेल हुई है -वीरेंद्र सचदेवा

वर्ल्ड क्लास शिक्षा के दावों की पोल लगातार खुल रही है - वीरेंद्र सचदेवा

“आप” सरकार जितनी चिंता जेल में बंद मुख्यमंत्री की मार्केटिंग करने में कर रही हैं उसका 10 फीसदी ध्यान भी शिक्षा पर देती तो शायद आज दिल्ली के नौनिहालों के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं होता – भाजपा

नई दिल्ली। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष  वीरेंद्र सचदेवा ने कहा  कि दिल्ली की शिक्षा मंत्री  आतिशी ने दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था को अंधेरे में धकेलने का काम किया है और उन्हें इस बात का जवाब देना पड़ेगा कि आखिर दिल्ली में 9वीं क्लास की वार्षिक परिक्षा में एक लाख से ज्यादा छात्र इस वर्ष फेल हो गए और इतना ही नही पुनः परिक्षा अवसर मिलने पर भी 17 हजार से अधिक छात्र पूरी तरह फेल हो गये। शिक्षा क्रांति की बात करने वाली आतिशी को  दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था पर श्वेत पत्र जारी करें।

उन्होंने कहा कि 9वीं और 11वीं में छात्रों के फेल छात्रों की तरह केजरीवाल सरकार भी फेल हुई है और केजरीवाल सरकार एक भ्रष्टाचार का मॉडल है। इनके हर डिपार्टमेंट में भ्रष्टाचार है जो अब दिल्ली के नौनिहालों को भी प्रभावित कर रही है।अपनी कमजोर पड़ती शिक्षा व्यवस्था के बचाव में दूसरे राज्यों की बात करने वाली  आतिशी दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था पर एक भी शब्द नहीं बोलती है।इधर उधर की बात करने वाली दिल्ली की शिक्षा मंत्री से दिल्ली वाले पूछना चाहते हैं कि आखिर अपनी राजनीतिक ब्यानबाज़ी के लिए बच्चों के भविष्य के साथ कब तक खिलवाड़ करती रहोगी।

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने बच्चों के लगातार फेल होने का आंकड़ा देते हुए कहा कि 2019- 2020 में दिल्ली के सरकारी स्कूल के 9वीं क्लास में 42,000 बच्चे फेल हुए। 2020-2021 में 31000, 2021-2022 में 28000 बच्चे, 2022 –  2023 में 88,000 बच्चे और 2023- 2024 में 1,01323 बच्चे फेल हुए और फिर धीरे धीरे यह अनुपात बढ़ता चला गया।जैसे जैसे 9वीं और 11वीं में छात्रों की फेल होने की संख्या बढ़ रही है वैसे वैसे केजरीवाल सरकार के वर्ल्ड क्लास शिक्षा मॉडल के दावों की पोल खुल रही है। आखिर लगातार फेल हो रहे छात्रों की असफलता के पीछे का कारण आतिशी दिल्ली वालों को क्यों नहीं बताती।

उन्होंने कहा कि आए दिन छत्रसाल स्टेडियम में शिक्षकों की भीड़ इकट्ठे करते है, आम आदमी पार्टी के लिए नारे लगवाते हैं और फिर उन्हें घर भेज देते हैं। आधे से अधिक शिक्षक पढ़ाने का काम नहीं कर रहे हैं बल्कि वे किसी न किसी डिपार्टमेंट में केजरीवाल के लिए काम करने को मजबूर हैं। शिक्षक का काम है पढ़ाना लेकिन जब उन्हें इवेंट मैनेजर बना दिया जायेगा तो परिणाम ऐसे ही आना है। अभी सिर्फ 9वीं वर्ग की नहीं बल्कि 11वीं में भी वही हाल है। अब 11वीं वर्ग में भी छात्रों के फेल होने का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है। 2019 – 20 में जहां 1100 बच्चे फेल हुए थे वही अब 2023-24 तक आते आते 51000 से अधिक हो गए हैं।

उन्होंने दुःख प्रकट करते हुए कहा कि केजरीवाल सरकार  जिसे शिक्षा क्रांति कहकर पूरे विश्व में प्रचार कर रही है, वह सिर्फ एक ढकोसला है और कुछ नहीं।आम आदमी पार्टी सरकार जितनी चिंता जेल में बंद मुख्यमंत्री की मार्केटिंग करने में करती है उसका 10 फीसदी भी शिक्षा पर ध्यान लगा लेते तो शायद आज दिल्ली के नौनिहालों के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं होता।

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